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Real Estate में ऐसे कभी न करें Invest, ये गलती करके पछता रहे हैं लोग

रियल एस्टेट में पैसा लगाना सुनने में जितना आसान लगता है, असल में उतना ही रिस्की भी हो सकता है। कई लोग बिना सही जानकारी के इन्वेस्टमेंट कर देते हैं और बाद में पछताते हैं। ऐसा नहीं है कि रियल एस्टेट से प्रॉफिट नहीं हो सकता, लेकिन अगर सही प्लानिंग और रिसर्च के बिना पैसा लगाया, तो यह आपके लिए सिरदर्द बन सकता है। अगर आप भी प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं, तो इन गलतियों से जरूर बचें, वरना आपका सपना बर्बाद हो सकता है।

बिना रिसर्च किए इन्वेस्टमेंट करना

सबसे बड़ी गलती जो ज्यादातर लोग करते हैं, वह है बिना सही जानकारी के इन्वेस्टमेंट करना। कई बार लोग किसी दोस्त या रिश्तेदार के कहने पर, किसी बिल्डर के लुभावने वादों में आकर या सिर्फ मार्केट ट्रेंड देखकर प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं। लेकिन क्या आपने यह देखा कि जिस एरिया में आप पैसा लगा रहे हैं, वहां अगले 5-10 साल में डेवलपमेंट होने वाला है या नहीं? क्या सरकार ने वहां किसी बड़े प्रोजेक्ट की घोषणा की है? क्या उस लोकेशन में रहने वालों की डिमांड ज्यादा है? अगर इन सवालों के जवाब नहीं मिले, तो वहां इन्वेस्ट करना बेवकूफी होगी।

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सिर्फ सस्ती प्रॉपर्टी देखकर खरीद लेना

कई लोग सोचते हैं कि सस्ती जमीन खरीदकर बाद में मोटा मुनाफा कमा लेंगे, लेकिन यह स्ट्रेटजी हमेशा काम नहीं करती। अगर कोई प्रॉपर्टी बहुत कम कीमत पर मिल रही है, तो उसके पीछे कोई वजह जरूर होगी। हो सकता है वहां कनेक्टिविटी खराब हो, वहां भविष्य में डेवलपमेंट की कोई संभावना न हो, या फिर जमीन पर कोई लीगल विवाद चल रहा हो। सिर्फ लो प्राइस देखकर प्रॉपर्टी खरीदने के बजाय यह देखना जरूरी है कि वह आपको लॉन्ग टर्म में कितना फायदा दे सकती है।

पेपरवर्क की अनदेखी करना

रियल एस्टेट में सबसे ज्यादा धोखाधड़ी पेपरवर्क के मामले में होती है। कई लोग बिना डॉक्यूमेंट्स को अच्छे से चेक किए ही प्रॉपर्टी खरीद लेते हैं और बाद में फंस जाते हैं। यह बहुत जरूरी है कि आप प्रॉपर्टी के सभी कागजात ध्यान से पढ़ें, वकील से वेरीफाई करवाएं और यह सुनिश्चित करें कि उस पर कोई विवाद नहीं है।

अगर आप किसी बिल्डर से प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, तो यह जरूर चेक करें कि वह RERA (Real Estate Regulatory Authority) से रजिस्टर्ड है या नहीं। बिना वैध डॉक्यूमेंट के प्रॉपर्टी खरीदना मतलब अपने पैसे को जोखिम में डालना है।

बिल्डर के झूठे वादों पर भरोसा करना

बिल्डर्स अक्सर बड़े-बड़े दावे करते हैं कि “यहां जल्द ही मेट्रो आएगी,” “यह इलाका अगले 2 साल में पूरी तरह डेवलप हो जाएगा,” “यहां बहुत जल्दी प्रॉपर्टी के दाम दोगुने हो जाएंगे।” लेकिन जब तक किसी सरकारी अथॉरिटी की ओर से इसकी पुष्टि न हो, तब तक इन बातों पर भरोसा करना खतरनाक हो सकता है। कई लोग ऐसे प्रोजेक्ट्स में पैसा लगा देते हैं, जिनका काम सालों तक अधूरा ही पड़ा रहता है, और फिर बाद में पछताते हैं।

निकासी प्लान (एग्जिट प्लान) के बिना इन्वेस्टमेंट करना

रियल एस्टेट में पैसा लगाना आसान है, लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे सही कीमत में बेचना मुश्किल हो सकता है। अगर आप इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं, तो पहले से यह प्लान करें कि आपको कितने साल बाद इसे बेचना है और क्या उस समय इस प्रॉपर्टी के लिए खरीदार मिलेंगे या नहीं।

अगर आप ऐसी जगह इन्वेस्ट कर रहे हैं जहां प्रॉपर्टी की डिमांड कम है, तो आपको बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जब भी किसी प्रॉपर्टी में पैसा लगाएं, यह जरूर सोचें कि भविष्य में इसे सही दाम में बेचना कितना आसान होगा।

पूरी सेविंग इन्वेस्ट कर देना

कुछ लोग अपनी पूरी जमा पूंजी एक ही प्रॉपर्टी में लगा देते हैं और बाद में जब किसी इमरजेंसी में पैसे की जरूरत होती है, तो उन्हें दिक्कत होती है। यह बहुत जरूरी है कि आप अपनी इन्वेस्टमेंट को बैलेंस करें। सिर्फ रियल एस्टेट पर निर्भर रहने के बजाय कुछ पैसा म्यूचुअल फंड, गोल्ड, और बैंक सेविंग्स में भी रखें।

अगर आप कोई प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं, तो यह जरूर देखें कि आप कितना डाउन पेमेंट दे सकते हैं और कितना लोन लेना सही रहेगा। पूरी सेविंग लगाकर खुद को फाइनेंशियल रिस्क में डालना कोई समझदारी नहीं होगी।

ओवर लोन लेकर इन्वेस्ट करना

लोग अक्सर सोचते हैं कि ज्यादा लोन लेकर महंगी प्रॉपर्टी खरीद लें और बाद में किराए से उसकी EMI भर देंगे। लेकिन यह एक बहुत बड़ी गलती हो सकती है। किराए पर निर्भर रहने का मतलब है कि अगर कुछ महीने किरायेदार नहीं मिला, तो आपकी EMI आपके ऊपर भारी पड़ने लगेगी।

हमेशा लोन लेते समय यह सोचें कि अगर किसी वजह से आपकी इनकम में गिरावट आ गई, तो क्या आप EMI को बिना किसी परेशानी के चुका सकेंगे? अगर नहीं, तो ओवर-लोन लेने से बचें और उतना ही इन्वेस्ट करें, जितना आपके बजट में है।

इमोशनल होकर इन्वेस्टमेंट करना

बहुत से लोग अपने गांव, कस्बे या किसी ऐसी जगह इन्वेस्ट कर देते हैं, जहां उनकी पुरानी यादें जुड़ी होती हैं, लेकिन वहां ग्रोथ की कोई संभावना नहीं होती। रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट हमेशा प्रॉफिट के लिए करना चाहिए, न कि सिर्फ इमोशंस के लिए।

कई बार लोग किसी रिश्तेदार या दोस्त की सिफारिश पर बिना सोचे-समझे पैसा लगा देते हैं, और बाद में जब वहां कोई डेवलपमेंट नहीं होता, तो उन्हें पछताना पड़ता है।

निष्कर्ष – सोच समझकर इन्वेस्ट करें वरना पछताना पड़ेगा

रियल एस्टेट में पैसा लगाना एक बढ़िया इन्वेस्टमेंट हो सकता है, लेकिन सिर्फ तब जब आप सही जानकारी और रिसर्च के साथ इसे करें। बिना सोचे-समझे पैसा लगाने से आपकी मेहनत की कमाई डूब भी सकती है।

अगर आप प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं, तो पहले इलाके की पूरी रिसर्च करें, डॉक्यूमेंट्स को अच्छे से चेक करें, फ्यूचर ग्रोथ का अंदाजा लगाएं और अपने बजट के हिसाब से ही फैसला लें। सही प्लानिंग के साथ किया गया इन्वेस्टमेंट आपको शानदार रिटर्न दे सकता है, लेकिन जल्दबाजी में किया गया इन्वेस्टमेंट सिर्फ पछतावे का कारण बन सकता है।

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